अमिलिया कलां में विभागीय लापरवाही की भेंट चढ़ा उप स्वास्थ्य केंद्र, 15 सालों से है बंद
आदर्श सहारा टाइम्स
उरुवा, प्रयागराज। एक तरफ केंद्र एवं प्रदेश सरकार ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। वहीं जिले के जिम्मेदार इसको लेकर बेपरवाह हैं। इनकी लापरवाही के चलते लाखों की लागत से बने उप स्वास्थ्य उपकेंद्र आज जर्जर हो चुके हैं। जो निर्माण पूरा होने के बाद आज तक नहीं संचालित हो पाये।इन केंद्रों में झाड़ियां तक उग चुकी हैं।
उरुवा ब्लाक के अमिलिया कलां में लाखों के लागत से बना उप स्वास्थ्य केंद्र मुंह चिढ़ा रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्र की हालात यह है कि बयां नहीं किया जा सकता है। उसके बावजूद भी किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि की निगाहें इस उप स्वास्थ्य केंद्र की ओर जाती नहीं दिख रही है।
कई वर्षों से बंद है उप स्वास्थ्य केंद्र
ग्रामीणों के द्वारा बताया जाता है कि स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण मुलायम सिंह यादव के शासन काल में हुआ था। जबकि भवन बनने के बाद भी कोई नर्स या डॉक्टर इस स्वास्थ्य केंद्र में नहीं पहुंचे। आलम यह है कि इस गांव के लोग स्वास्थ्य से जुड़ी को समस्या लेकर गांव से 10/12 किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामनगर या मेजा जाना पड़ता है। डबल इंजन की सरकार गांव में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का दावा कर रही है। वही हकीकत में गांव में चिकित्सा के नाम पर मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
चिकित्सा जैसी बुनियादी सेवाओं से आज भी लोग कोसो दूर है, जबकि कोरोना काल में यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने विभागीय अधिकारियों को सभी उप स्वास्थ्य केंद्र नियमित रूप से चालू कराने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद विभागीय अनदेखी के कारण उप स्वास्थ केंद्र आज तक बंद पड़े है। जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी गई।