दसवीं कक्षा में दाखिला लेने गए छात्र की बेरहमी से पिटाई, सुधबुध खोया, पीड़ित मांडा थाना में तहरीर देकर लगाई न्याय की गुहार
छात्र का मानसिक संतुलन बिगड़ने से परिजनों को पहचानने से कर रहा है इनकार, चल रहा इलाज
आदर्श सहारा टाइम्स
मांडा, प्रयागराज। जहां एक तरफ योगी सरकार शिक्षा को लेकर नए-नए नियम बना रही है वही देखा जाए तो आए दिन स्कूल में छात्र-छात्राओं के साथ पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद, मारपीट जैसी घटनाएं आम बात हो गई हैं। आखिर कब तक इन विद्यालयों व शिक्षकों पर कार्यवाही की जाएगी। मामले में पीड़ित छात्र की मां शिवकुमारी पत्नी अरुण कुमार ने मांडा थाना मे 08 जुलाई दिन सोमवार को लिखित शिकायत करते हुए बताया कि उसका बेटा अंकित विश्वकर्मा तीन जुलाई को दसवीं कक्षा में दाखिला लेने के लिए राजकीय इंटर कॉलेज सुरवाॅदलापुर में गया था। जहां प्रवेश शुल्क के साथ सभी शुल्क जमा किया। इसके उपरांत भी शिक्षक अजय कुमार ने एक हजार रुपए की मांग किया जाने लगा। जब शिक्षण शुल्क जमा करने के अतिरिक्त शुल्क की मांग पर छात्र द्वारा सवाल जवाब करने लगा तो नाराज शिक्षक ने जूता चप्पल, लात घूसा व डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नही इसके बाद छात्र जब जाने लगा तो बौखलाए शिक्षक ने पुन: चपरासी कल्लूराम से पकड़वाकर पुन: बेरहमी इतनी पिटाई कर दी कि अंकित अपना मानसिक संतुलन खोकर इधर-उधर भटकने लगा। काफी देर के बाद जब घर नही पहुंचा तो परिजन खोजते हुए मेहा गांव में पाया। बेटे के इस हालात पर परिजन हताश व परेशान हैं। जिसका उपचार शहर स्थित एक अस्पताल में चल रहा है आखिर छात्र का क्या कसूर था बस, रुपए मांगे जाने पर सवाल जवाब ही तो किया, क्या इतना भी अधिकार नहीं ऐसे अध्यापकों पर कब होगी कार्यवाही।