महेवा कला में 109वीं रामलीला का मंचन: नारद मोह की मनोहारी प्रस्तुति
आदर्श सहारा टाइम्स
मांडा,प्रयागराज। मांडा ब्लॉक क्षेत्र के महेवा कला गांव में 109वीं रामलीला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बृहस्पतिवार रात मुकुट पूजन और नारद मोह की रामलीला का मंचन किया गया। यह धार्मिक आयोजन पूरे क्षेत्र में अपनी ऐतिहासिक महत्ता के लिए जाना जाता है।
रामलीला के प्रबंधक आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि यह रामलीला 109 वर्ष पूर्व शुरू हुई थी, जब विद्युत के अभाव में रोगन और कपड़े का मसाला बनाकर मंचन किया गया था। मोठे कागज का प्रयोग कर हांथ से मुकुट आदि बनाए गए थे। आज भी यह धार्मिक परम्परा जारी है, जिसमें गांव के पढ़े-लिखे और बड़े पद पर आसीन लोग प्रभु श्रीराम की लीला का मंचन करते हैं।
इस आयोजन में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होते हैं, जो इसकी सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाता है।
नारद मोह की रामलीला में इंद्र ने अपने गुप्तचर से नारद की तपस्या की जानकारी ली और कामदेव को भेजकर नारद की तपस्या भंग करने का प्रयास किया। कामदेव ने अपने पुष्प बाण से नारद को मोहित किया, जिससे नारद की तपस्या भंग हो गई। कामदेव पर विजय प्राप्त होने से नारद को अभिमान हुआ।
श्रीहरि ने देवर्षी का अभिमान नाश करने के लिए माया से एक सुंदर नगर शीलनिधि का निर्माण किया। माया के बसीभूत हुए देवर्षि नारद शीलनिधि नगर पहुंचे और राजा शीलनिधि की कन्या विश्वमोहनी की हस्तरेखा देखकर काम के वसीभूत हो गए। नारद ने अपने हित के लिए श्रीहरि से याचना की।
श्रीहरि ने अपना रूप प्रदान किया और बंदर का स्वरूप धारण कर देवर्षि विश्वमोहनी के स्वंयम्बर में पहुंचे। श्रीहरि स्वंयम्बर में पहुंच विश्वमोहनी का वरण किया। श्रीहरि पर क्रोधातुर हुए नारद ने पत्नी वियोग का श्राप दे दिया। श्रीहरि ने माया का प्रकोप हटाया, जिसके बाद देवर्षि नारद को पश्चताप हुआ और क्षमा याचना मांगी। नारद का मोह भंग होने पर पूरा रामलीला मैदान श्री हरि के जयकारे से गूंज उठा।
अविनाश शर्मा ने श्रीहरि का अभिनय किया, जबकि संदीप मिश्र ने नारद की भूमिका निभाई। इसके अलावा, गुलाब चंद्र पांडेय ने कामदेव, देवी प्रसाद वैश्य ने इंद्र देव, आशीष श्रीवास्तव ने ब्रह्मा, अंकित शर्मा ने विश्वमोहनी और मनोज वर्मा ने दूत की भूमिका निभाई।
रामलीला में शामिल होने वाले लोगों ने कलाकारों की सराहना की और कहा कि यह रामलीला क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को बचाए रखने का काम कर रही है।