स्वर्ण कला सोसाइटी की मांग स्वर्ण कला बोर्ड का गठन हो उत्तर प्रदेश में
स्वर्ण कला सोसाइटी की मांग
उमेश चन्द्र सोनी
राष्ट्रीय अध्यक्ष
आदर्श सहारा टाइम्स
प्रयागराज। 1- सरकार 60 वर्ष से ऊपर के स्वर्णकारों के लिए पेंसन स्कीम (pension scheme) बनाए ताकि वृद्ध कारीगर सम्मान पूर्वक अपनी कला का प्रचार कर सकें। वही युवा कारीगरों को भी राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए।
2- स्वर्ण कला को बढ़ाने के लिए स्वर्ण कला बोर्ड (Swarnakala Board) का गठन किया जाना चाहिए। जिसके तहत स्वर्ण कला के कारीगरों का बीमा भी किया जाना चाहिए। रियायती दरों पर उन्हें जमीन का आवंटन किए जाने का प्रावधान होना चाहिए। इसके अलावा व्यापार के लिए ब्याज मुक्त ऋण देना चाहिए और सरकार मशीनरियों के लिए कारीगरों सब्सिडी प्रदान करे। ताकि वे अपनी कला को और बढ़ा सकें।
3- स्वर्ण कारीगर मजदूरी करके ही अपने परिवार का भरण पोषण करता है। लोक डाउन के कारण कारीगरों की अर्थ व्यवस्था भी डगमगा गई है। ऐसे में सरकार को उनके लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
4- आर्टिजन कार्ड धारी कारीगरों के लिए भी सशक्त योजना की जरूरत है। इसके अलावा कारीगरों के आर्टिजन कार्ड भी शिविरों के माध्यम से बनाए जाएं। क्योंकि जानकारी के अभाव में कारीगर आर्टिजन कार्ड के लाभ से वंचित हैं।
5- सोने -चांदी के भावों में तेजी के कारण जेवर की मांग घाटी है। जिस प्रकार से लोगों के रोजगार छिन गए, व्यापार ठप हो गए हैं ऐसे में अब कई दिनों तक जेवर की मांग नहीं होगी। जिस प्रकार से सोने-चांदी के भाव सातवें आसमान में पहुंचे हैं उस रफ्तार से लोगों की आय नहीं बढ़ी है। ऐसे में अब लोग महंगे भाव में जेवर खरीदने से भी कतरा रहे हैं
6- धारा 411 और 412 में भी संशोधन की मांग की। जिसमें
स्वर्ण कला सोसाइटी पदाधिकारी व सदस्य आदि।