जिलाधिकारी ने सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एवं जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) का किया औचक निरीक्षण

जिलाधिकारी ने सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एवं जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) का किया औचक निरीक्षण

 

आदर्श सहारा टाइम्स

प्रयागराज । जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने बुधवार को सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एवं जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल पहुंचकर वहां पर ओपीडी रजिस्टेशन काउंटर, ओपीडी कक्ष, वैक्सीनेशन कक्ष, दवा वितरण काउंटर, जनरल वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, आपरेशन कक्ष, पैथौलॉजी, एक्सरे कक्ष, एनआरसी सेंटर, एनआईसीयू कक्ष का निरीक्षण करते हुए सभी सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ओपीडी रजिस्टेशन काउंटर पर पहुंचकर आज ओपीडी में कितने रजिस्टेशन हुए है, की जानकारी ली, जिसपर उन्हें बताया गया कि आज अभी तक 153 रजिस्टेशन हुए है, प्रायः 200 से 225 तक प्रतिदिन ओपीडी होती है। उन्होंने ओपीडी के बाहर इंतजार कर रहे लोगो की बैठने की व्यवस्था व वहां पर एक जम्बो कूलर लगाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने ओपीडी में पहुंचकर उपस्थित बच्चो के अभिभावकों से ओपीडी में उपलब्ध सुविधाओं, चिकित्सकों व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के व्यवहार के बारे में जानकारी लेते हुए पूछा कि यहां पर बाहर की दवाएं तो नहीं लिखी जाती है, जिसपर संतोष जनक उत्तर प्राप्त हुआ। ओपीडी में खराब पड़े एसी को देखकर उनके द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी और वहां पर नया एसी लगवाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने ओपीडी में उपस्थित चिकित्सकों से वहां पर उपलब्ध दवाओं, बायोमेडिकल वेस्ट के मैनेजमेंट, साफ-सफाई की व्यवस्था के बारे में से जानकारी ली। उन्होंने वैक्सीनेशन कक्ष में पहुंचकर दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेते हुए दवाओं की एक्सपायरी डेट की जांच की। उन्होंने एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध न होने के कारणों के बारे में प्रभारी अधीक्षक से पूछा, जिसपर बताया गया कि एंटी रैबीज इंजेक्शन की सुविधा बेली अस्पताल में उपलब्ध है, यहां पर इसकी सुविधा नहीं है। उन्होंने वहां पर रखे हुए फायर सेफ्टी यंत्रों की क्रियाशीलता के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें आवश्यकता पड़ने पर संचालित किये जाने हेतु स्टाफ की टेनिंग कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने ओपीडी कक्ष में सर्जन डॉ0 जे0के0 सिंह से अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता एवं एमआर विजिट के बारे में जानकारी लिए जाने पर बताया गया कि लगभग दवाएं अस्पताल में ही उपलब्ध होती है और एमआर यहां नहीं आते है। उन्होंने जनरल वार्ड में एक बेड पर दो बच्चे होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी अधीक्षक से जानकारी ली , जिसपर उनके द्वारा बताया गया कि यहां पर जनपद प्रयागराज के अतिरिक्त अन्य आस-पास के जनपदों से भी बच्चे इलाज हेतु आते है, इसलिए कभी-कभी एक से अधिक बच्चों को एक बेड पर रखा जाता है। इसपर उन्होंने अतिरिक्त स्थान की व्यवस्था किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है। जिलाधिकारी के द्वारा अस्पताल में भर्ती बच्चों एवं उनके अभिभावकों से बातचीत कर उनकी बीमारियों, समस्याओं, असुविधाओं, एवं यहां पर हो रहे इलाज के बारे में जानकारी ली गयी, जिसपर ज्यादातर संतोषजनक उत्तर प्राप्त हुआ।

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