मेजा में हुआ 52.60 प्रतिशत मतदान
कड़ी धूप में घंटो मतदाताओं को लाइन में खड़े रहकर करना पड़ा अपनी बारी का इंतजार
आदर्श सहारा टाइम्स
मेजा। लोकसभा चुनाव 2024 के छठवें चरण में मेजा सुरक्षित लोकसभा सीट में प्रशासन के बदइंतजामी के बीच 52 .34 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है सूचना विभाग के द्वारा दिए गए जानकारी के मुताबिक मेजा जनपद का फाइनल मतदान प्रतिशत 52. 34 प्रतिशत रहा तमाम मतदान केंद्रों में मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं किया गया जबकि कई महीने से मतदाता सूची बनाए जाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई थी उसके बाद भी मतदाता सूची पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो सकी जिससे लोकसभा चुनाव 2024 में मेजा सुरक्षित सीट पर मतदान प्रभावित हुआ और मतदान का प्रतिशत नहीं बढ़ सका तमाम मतदान केंद्र पहुंचे मतदाताओं का नाम जब सूची में नहीं मिला तो मतदान केंद्र से तमाम मतदाताओं को बिना मतदान किए वापस लौटना पड़ा लोकसभा चुनाव मेजा सुरक्षित सीट पर प्रशासनिक वद इंतजामी की हालत यह थी कि कड़ी धूप के बीच मतदाताओं को छावनी की व्यवस्थाएं नहीं की गई जिससे कड़ी धूप में घण्टो मतदाताओं को लाइन में खड़े होकर अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ा शरीर से कमजोर शुगर ब्लड प्रेशर हार्ट और विभिन्न गम्भीर मर्ज से पीड़ित तमाम मतदाता घण्टो लाइन में खड़े होने के चलते बेचैन हो उठे हैं जबकि निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्र में छावनी की व्यवस्था कराए जाने का निर्देश दिया था लेकिन मतदान केदो में छावनी की पर्याप्त व्यवस्था प्रशासन नहीं कर सका जिससे लोकसभा चुनाव में प्रशासनिक बदइंतजामी का अंदाजा लगाया जा सकता है मतदान कर्मियों के बैठने के स्थान पर तो कूलर पंखे की व्यवस्था की गई थी लेकिन जिन्हें सरकार चुनने का अधिकार है उन मतदाताओं को घण्टो कड़ी धूप में खड़े होकर मतदान करने के लिए इंतजार करना पड़ा उन्हें कूलर पंखे की व्यवस्था नहीं मिली उन्हें बैठने की व्यवस्था नहीं मिली उन्हें पानी पीने की व्यवस्था नहीं मिली जिससे कड़ी धूप में तमाम मतदाता व्याकुल रहे बदइंतजामी के बीच मतदाताओं की सुनने वाला कोई नहीं था।
मेजा विधान सभा के कई मतदाता सूची में गड़बड़ी के चलते प्रशासनिक बदइंतजामी से तमाम मतदाताओं से उनके अधिकार छीन लिए गए हैं उन्हें मतदान करने से वंचित कर दिया गया है मतदाता सूची में मतदाताओं का नाम शामिल कर दिया जाता तो उन्हें मतदान करने का अधिकार मिल जाता लेकिन बदइंतजामी के चलते मतदाता सूची में तमाम मतदाताओं का नाम शामिल नहीं किया गया जिससे मतदाताओं को अपने अधिकार से वंचित कर दिया गया है जो प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है आखिर किस साजिश के तहत तमाम मतदाताओ के नाम मतदाता सूची में शामिल नही हो सका है या फिर सरकारी मशीनरी की लापरवाही के चलते मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में छूट गए हैं।