अमृत सरोवरों में उड़ रही धूल कारण नहरों का सम्पर्क न होना जिनमें 70%सिर्फ वर्षा के जल पर ही है निर्भर

अमृत सरोवरों में उड़ रही धूल कारण नहरों का सम्पर्क न होना जिनमें 70%सिर्फ वर्षा के जल पर ही है निर्भर

आदर्श सहारा टाइम्स

कोरांव, प्रयागराज। विकास खंड कोरांव में कुल 104 अमृत सरोवर स्वीकृति 86 पूरे शेष पर निर्माण कार्य जारी जबकि बदौआ कला पाल सरोवर का निर्माण पूर्ण हो गया है जिसमें श्रम पर तीन लाख सतहत्तर हजार व सामग्री पर पांच लाख आठ हजार तथा कुल छ लाख छानवे हजार रुपए खर्च किए जाने के वावजूद भी तालाब में धूल ही उड़ रही है। इसी प्रकार खीरी में गाटा संख्या 181 अमृत सरोवर पर कुल सत्ताइस लाख इक्कीस हजार रुपए खर्च किए गए।इसी प्रकार बरहुला कला में कुल चौबीस लाख सरसठ हजार रुपए खर्च किए गए। वही खीरी में अट्ठाइस लाख इक्कायसी हजार रुपए से कराया गया कार्य
विकास खंड कोरांव में कुल 104 अमृत सरोवर स्वीकृति 86 पूरे शेष पर निर्माण कार्य जारी जबकि बदौआ कला पाल सरोवर का निर्माण पूर्ण हो गया है जिसमें श्रम पर तीन लाख सतहत्तर हजार व सामग्री पर पांच लाख आठ हजार तथा कुल छ लाख छानवे हजार रुपए खर्च किए जाने के वावजूद भी तालाब में धूल ही उड़ रही है। इसी प्रकार खीरी में गाटा संख्या 181 अमृत सरोवर पर कुल सत्ताइस लाख इक्कीस हजार रुपए खर्च किए गए।इसी प्रकार बरहुला कला में कुल चौबीस लाख सरसठ हजार रुपए खर्च किए गए। वही खीरी में अट्ठाइस लाख इक्कायसी हजार रुपए से कराया गया कार्य
वही बहियारी कला,कोसफरा कला, खीरी,सीकी कलां,किहुनी कला,बदौआ कला पाल, सेमरी बाघराय,बसहरा,बहियारी कला जहां पूर्ण है। वही छडगडा, रामपुर कला व मढफा कला अभी भी अपूर्ण है। वही आचार संहिता से पूर्व सालों से 86 तालाबों में काम लगें थें जिसमें अभी तक महज 38 का निर्माण कार्य पूरा किया गया वो भी आधा अधुरा कहीं पर सीडी का निर्माण अधूरा तो कहीं पर तालाब के चारों तरफ कंटीले तारों से बाउंड्री और फलदार या वृक्षारोपण कार्य कागज पर ही पूरा करके धनराशि जारी कर ली गई है। तथा 18 में काम होना है। इस संबंध मे खंड विकास अधिकारी धीरेंद्र यादय ने बताया कि जो अमृत सरोवर नहर से लगे हुए थे उसमे जल भरवाया दिया गया है जबकि आधे से अधिक अमृत सरोवर सूखे पड़े हैं और जो भी वृक्षारोपण कराया गया था आधे से अधिक सुख गए हैं कुछ लगवाए जाने है और शेष पेड़ो को जल्द पूरा करवा दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *