मेजा में ठंड से कांप रहे गरीब शासन प्रशासन के निर्देश के बाद नहीं हुई अलाव की व्यवस्था

मेजा में ठंड से कांप रहे गरीब शासन प्रशासन के निर्देश के बाद नहीं हुई अलाव की व्यवस्था

आदर्श सहारा टाइम्स

मेजा, प्रयागराज। मेजा में दिसंबर महीने के अंतिम दिनों में ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार बढ़ रही ठंड के बीच रेलवे स्टेशन अस्पताल बस अड्डे चौराहों गांव बाजार सार्वजनिक स्थानों में शासन प्रशासन द्वारा अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से लोगों की निगाहें प्रशासन पर जा टिकी हैं। शासन प्रशासन लगातार अलाव जलाए जाने का निर्देश दे रहा है कुछ स्थानों को छोड़कर अधिकतर स्थानों पर अभी तक अलाव नहीं जले हैं अलाव की लकड़ी जहां पहुंचाई भी जा रही है वह गीली होने से जल नहीं रही है लकड़ी रखने वाले अलाव की लकड़ी रखने के बाद जलाकर फोटो खींचकर चले जाते हैं उसके बाद अलाव की लकड़ी बुझ जाती है और कहीं-कहीं बड़े-बड़े बोटे गीले लकड़ी के पहुंचाए जा रहे हैं उनके साथ छोटी लकड़ी नहीं दी जा रही है जिससे केवल अलाव की लकड़ी शोपीस बन कर रह गई है शीतलहर जोरों पर है गांव में प्रधानों के द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं की गई प्रयागराज जिले के मेजारोड, मेजा तहसील, चिरैया मोड़, सिरसा बाजार, ऊंचडीह बाजार, सोनार का तारा, कसेदा , आदि किसी भी चौराहे पर बस स्टैंड ,टेंपो स्टैंड, रेलवे स्टेशन कहीं पर भी जलते अलाव की व्यवस्था नहीं है आने जाने वाले राहगीरों को ठंड से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है
कड़ाके की पड़ रही ठंड के बीच रेलवे स्टेशन अस्पताल बस अड्डे चौराहों गांव बाजार सार्वजनिक स्थानो पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण रद्दी कागज और फलों की पेटियों को जलाकर गरीब कमजोर राहगीर लोग ठंड भगाने का प्रयास कर रहे हैं कड़ाके की ठंड के बीच लोग घरों में ही दुबकने लगे हैं। सुबह-शाम ज्यादा ठंड पड़ने के कारण अति आवश्यक कार्य से ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। बढ़ रही शीत लहर और कड़ाके के ठंड के बीच वृद्धों और बच्चों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।दिन के दोपहर में तापमान से सुबह से शाम का तापमान आधे से भी कम आंका जा रहा है। ठंड के अधिक होने के कारण कई लोगों के प्रात: कालीन ठहलने का समय पर असर पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी बुजुर्गाें और बच्चों को हो रही है। हालात यह हैं कि शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। कौशाम्बी जिले में ठंड का प्रकोप जोरो पर है द्वाबा की नगरी में अभी तक प्रशासन की ओर से जलते अलाव की कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है कुछ स्थानों पर बड़े बड़े बोटे की गीली लकड़ी रक्खी गयी है लेकिन छोटी लकड़ी ना होने और बोटे गीली होने से जल नही रही है इन दिनों मेजा में भीषण ठंड चपेट के चलते लोगो को बेहद परेशानी हो रही है स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार सहित मेजा उपजिलाधिकारी सहित ग्राम पंचायतों से मांग की है कि इस तरीके की ठंडक देखते हुए शीघ्र से शीघ्र जलते अलाव की व्यवस्था की जाए जिससे बाहर से आने वाले यात्रियों और स्थानीय गरीब को जलते अलाव की सुविधा मिल सके,
बाहर से आने वाले यात्रियों, ठेला-रिक्शा चलाने वालों और गरीबों को हो रही खासी दिक्कत पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच दूर-दराज से बस अड्डा अथवा रेलवे स्टेशन पहुंचे यात्रियों, ठेला और रिक्शा चलाने वालों के साथ गरीबों और बाहरी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दूर कहीं धुआं उठता देख आग की उम्मीद में लोग वहां पहुंच जा रहे हैं। गर्म कपड़े भी ठंड से निजात दिला पाने में नाकाफी हो रहे है कड़ाके की पड़ रही ठंड के बीच गर्म कपड़े भी ठंड से पूरी तरह निजात दिलाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं। गर्म कपड़े पहनने के बाद भी ठंड भगाने के लिए लोगों को आग का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन ठंड को देखते हुए जलते अलाव की पर्याप्त व्यवस्था अभी तक शासन प्रशासन की ओर से नहीं हो सकी है। जहां सरकार के योजनाओं पर पानी फिरता जा रहा है ऐसे में उच्च अधिकारियों और प्रशासन पर योगी सरकार कब कार्रवाई करेगी।

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