मकर संक्रांति पर्व पर दान का विशेष महत्व..सुमित कृष्ण जी महाराज
आदर्श सहारा टाइम्स
कोरांव, प्रयागराज। मकर संक्रांति का पावन पर्व संपूर्ण हिंदू धर्म अनुसार व्यक्तियों के लिए विशेष महत्व रखता है। जिसकी तैयारी में घर की महिलाएं पूर्व में ही लग जाया करती हैं।मकर संक्रांति के दिन अनाज का दान करने से हमेशा अन्न और धन के भंडार भरे रहते हैं और साथ ही साथ मां अन्नपूर्णा की भी कृपा होती है। उक्त बातें प्रसिद्ध भागवत प्रवक्ता सुमित कृष्ण जी महाराज द्वारा मानव जीवन के जीवन काल में मकर संक्रांति पर्व की विशेषता के दौरान बतलाइ। आगे बतलाया कि उक्त त्यौहार माघ महीने में मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के अवसर पर मनाया जाता है इस वर्ष यह त्यौहार 14 फरवरी को पड़ रहा है। सूर्य के उत्तरायण प्रवेश को हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है और साथ ही साथ सारे शुभ कार्य इस दिन से प्रारंभ कर दिए जाते हैं। इस दिन को खगोलीय, धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है दान की महिमा इसलिए अत्यधिक मानी गई है। क्योंकि यह आत्मिक शुद्धि और पूर्ण कमाने का साधन है मकर संक्रांति के दिन ग्रहण के राजा सूर्य देव शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं इसीलिए इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। मकर संक्रांति के दिन गुड और काले तिल का दान करना विशेष रूप से पुण्यदायी माना जाता है।