मेजा ऊर्जा निगम द्वारा महाकुंभ 2025 में कंबल, जूट के थैले एवं बायोडिग्रेडेबल बैग का वितरण
आदर्श सहारा टाइम्स
मेजा प्रयागराज। मेजा ऊर्जा निगम ने महाकुंभ मेला 2025 के पावन अवसर पर कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत और अपराजिता महिला समाज के महत्वपूर्ण सहयोग से प्रयागराज के अरैल घाट स्थित मेजा ऊर्जा निगम पवेलियन में जरूरतमंदों के बीच 2124 कंबल, आगंतुकों के बीच 6100 जूट के थैले एवं 15000 बायोडिग्रेडेबल बैग का वितरण किया।
संपूर्ण महाकुंभ मेला के दौरान यह वितरण अभियान सक्रिय रूप से चलाया गया, जिसका सफल समापन 24 फरवरी 2025 को हुआ।
समापन के दिन, 24 फरवरी 2025, कंबल, जूट के थैले और बायोडिग्रेडेबल बैग का वितरण अपराजिता महिला समाज की अध्यक्षा, श्रीमती कृष्णा चट्टोपाध्याय द्वारा किया गया, जिनकी उपस्थिति ने इस पहल को और भी सार्थक बना दिया।
महाकुंभ 2025, एक ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु संगम तट पर आकर पुण्य स्नान और आस्था का पालन कर रहे हैं। इस विराट आयोजन में पर्यावरण की स्वच्छता और संरक्षण को ध्यान में रखते हुए, मेजा ऊर्जा निगम ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया।
इस पहल के दो मुख्य उद्देश्य थे:
1. “जनहित में सहयोग” — कंबल वितरण के माध्यम से ठंड से बचाव और आवश्यकतानुसार सहारा देना।
2. “पर्यावरण संरक्षण” — जूट और बायोडिग्रेडेबल बैग का वितरण कर श्रद्धालुओं को प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए प्रोत्साहित करना, जिससे महाकुंभ में अपशिष्ट प्रबंधन को सहयोग मिले।
मेजा ऊर्जा निगम ने यह सुनिश्चित किया कि उनका यह अभियान सिर्फ एक वितरण कार्यक्रम न रह जाए, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम भी बने।
यह पहल दर्शाती है कि मेजा ऊर्जा निगम ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता के साथ-साथ सामाजिक और पर्यावरणीय दायित्वों को भी गंभीरता से निभाता है। निगम का यह प्रयास दर्शाता है कि सतत विकास और सामुदायिक कल्याण के प्रति उसकी प्रतिबद्धता अटूट है।
इस सफल आयोजन के साथ, मेजा ऊर्जा निगम ने न केवल महाकुंभ के श्रद्धालुओं की सहायता की, बल्कि पर्यावरण-संवेदनशीलता और सामाजिक उत्थान का एक मजबूत संदेश भी दिया।