कोटे के चयन में अनियमिता की खंड विकास अधिकारी ने एडीओ आईएसबी से मांगा स्पष्टीकरण
आदर्श सहारा टाइम्स
मेजा, प्रयागराज।गरीबी उन्मूलन को लेकर शुरू किए गए उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में मेजा ब्लाक में बड़ी लापरवाही बरतने पर समूह अध्यक्षों ने आजीविका मिशन में बड़ी लापरवाही, ओबीसी सदस्यों को बनाया एससी, एसी को ओबीसी और लेखन सामग्री के लिए मांगा जा रहा शुल्क जिसकी शिकायत मुख्य विकास अधिकारी से की थी। मेजा ब्लाक के डेलौहां गांव में कुल 15 स्वयं सहायता समूह है। प्रत्येक समूहों में करीब 3 से 6 ओबीसी सदस्य को एससी और एससी को ओबीसी बना दिया गया। मामला तब सामने आया जब गत दिवस कोटे के चयन में गड़बड़ी को लेकर समूह के सदस्यों ने अपने -अपने समूह की फाइल निकलवाई। सभी समूहों में यादव महिला, पटेल, विश्वकर्मा महिला सदस्य को ओबीसी की जगह एससी बना दिया गया है। सभी समूह 5 से 6 वर्ष बनाए गए हैं। इसके बीच में ब्लाक प्रबंधक द्वारा समूह की फाइल की जांच नहीं की गई। जबकि समूह की महिला सदस्यों ने बताया कि प्रत्येक समूह में एससी कोटा को पूरा करने के लिए परिवर्तन किया गया है। इसके अलावा समूह के अध्यक्षों से लेखन सामग्री के लिए एक – एक हजार रुपए की मांग की गई है। जबकि समूह के लेखन सामग्री नि:शुल्क दी जाती है। समूह में निश्चित संख्या की जगह ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यालय मेजा में कम किया गया। जबकि जन सेवा केंद्र से डिटेल निकालने पर पूरे सदस्यों का नाम दर्ज है। कम संख्या के आधार पर दो समूहों का कोटे के लिए चयन नहीं किया जा सका। समूह की महिलाओं ने कहा कि समूह का गठन ही सही नही है तो कोटे की चयन किस आधार पर होगा इसकी जांच कराने की मांग की जो भी कर्मचारी इसमें लिप्त पाए जाते हैं उसके खिलाफ कार्रवाई की जाय। इस संबंध में जब ब्लाक प्रबंधक इरफान सिद्दीकी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि समूह में ओबीसी महिला सदस्य को एससी कैसे बनाया गया। इस मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है। लेखन सामग्री के बारे में बताया कि इसके लिए एक -एक हजार रुपए प्रत्येक समूह को देना होगा। एडीओ(आईएसबी) कमलेश सिंह ने कहा कि इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है।अब जानकारी हुई है। इसकी जांच कराई जाएगी जो भी कर्मचारी सलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसी को लेकर खंड विकास अधिकारी अमित सिंह ने एडीओ आईएसबी से स्पष्टीकरण मागते हुए नोटिस जारी किया।