आईपीएल के पहले मैच से ही सट्टेबाजी शुरू, युवा वर्ग हो रहा खराब
आदर्श सहारा टाइम्स
मेजा, प्रयागराज। 22 मार्च को आईपीएल के 17 वें सीजन के पहले ही मैच सट्टेबाजी का कारोबार फुल हो गया।
ऑनलाइन माध्यमों से करोड़ों रुपए दांव पर लगने शुरू हो गए हैं ।
आईपीएल के इस खेल में युवा वर्ग तेजी के साथ सट्टेबाजी में अपना सब कुछ बर्बाद कर रहा है।
गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद कई ऐप्स व्हाट्सएप ऐप्स सहित सोशल मीडिया के प्लेटफार्म के जरिए संचालित होने वाले इस खेल में तकनीकी इतना ज्यादा हावी है कि एक मोबाइल के जरिए सब कुछ संचालित हो जाता है और पुलिस को भनक तक नहीं लग पाती है। मैच में टास जीतने हारने टीम के रन खिलाड़ी के व्यक्तिगत प्रदर्शन चौके छक्के और हार जीत पर रोजाना करोड़ों का वारा न्यारा होता है।
सट्टा लगाने वाले एजेंट यानी पंटर के माध्यम से बुकी तक संपर्क करता है एजेंट को एडवांस देकर अकाउंट खुलवाना पड़ता है जिसकी एक लिमिट होती है। मैच की पहली गेंद से लेकर टीम की जीत तक का भाव चढ़ते उतरते हैं।
एक लाख को एक पैसा 50,000 को अठन्नी 25000 को चवन्नी कहा जाता है। खास बात यह है कि पूरा नेटवर्क आधुनिक संचार प्रणाली लैपटॉप और मोबाइल पर ही चल रहा है।
मेजा क्षेत्र में युवा वर्ग इसकी चपेट में आकर और रोजाना हार जीत की बाजी लगाते हुए सब कुछ दांव पर लगा रहे हैं।