पेयजल संकट से कराह रहा ‘अमरु का पूरा’ गांव, प्रशासन बना मौन दर्शक
ग्रामीणों ने दिया अल्टीमेटम, 5 अगस्त से ब्लॉक परिसर में अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी
आदर्श सहारा टाइम्स
कौशाम्बी। विकास खंड कड़ा के अंतर्गत ग्राम अमरु का पूरा, मजरा कोरियो की लगभग दो हजार की आबादी इन दिनों भीषण पेयजल संकट से जूझ रही है। गांव में मौजूद दोनों सरकारी हैंडपंप वर्षों से खराब पड़े हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक मरम्मत या रिबोर की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। ग्रामीणों ने बताया कि 31 मई 2025 से लेकर 14 जुलाई 2025 तक खंड विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी को कई बार लिखित प्रार्थना पत्र देकर समस्या से अवगत कराया गया, परन्तु कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। गांव की महिलाओं और बच्चों को दूर-दराज के खेतों व अन्य इलाकों से पानी लाना पड़ रहा है। यह स्थिति न केवल जनस्वास्थ्य के लिए घातक है, बल्कि सरकार की ‘हर घर जल’ योजना को भी कठघरे में खड़ा करती है। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने दी चेतावनी ग्रामीणों ने 04 अगस्त 2025 तक रिबोर की व्यवस्था न होने की स्थिति में 05 अगस्त 2025 से खंड विकास कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया है। संगठन ने स्पष्ट कहा है कि यदि समय रहते समाधान नहीं हुआ तो ब्लॉक परिसर में तालाबंदी और सड़क जाम जैसे उग्र आंदोलन की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस मामले ने एक बार फिर प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ सरकार ग्रामीण विकास के दावे कर रही है, वहीं दूसरी तरफ बुनियादी सुविधा तक से वंचित गांव की यह तस्वीर सच्चाई उजागर कर रही है।
