श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ का भव्य समापन सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की भावपूर्ण कथा के साथ हुआ

श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ का भव्य समापन सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की भावपूर्ण कथा के साथ हुआ

आदर्श सहारा टाइम्स

मेजा, प्रयागराज। श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ का भव्य समापन सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की भावपूर्ण कथा के साथ हुआ।
मेजा क्षेत्र के चंपारण स्टेट गोसौरा खुर्द स्थित दुर्गावती इंटरनेशनल स्कूल परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ का भव्य समापन सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की भावपूर्ण कथा के साथ हुआ। कथा के अंतिम दिन अयोध्या धाम से पधारे जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य जी महाराज जी द्वारा कथा वाचन से पूर्व सोलह हजार एक सौ सात देवी देवताओ का पाणिग्रहण संस्कार कराया गया। तत्पश्चात जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य महाराज ने अपने ओजस्वी प्रवचनों से श्रद्धालुओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि सच्ची भक्ति में दिखावे
सच्ची भक्ति में दिखावा नहीं, बल्कि निष्काम भाव होता है- स्वामी राघवाचार्य
नहीं, बल्कि निष्काम भाव होता है। वहीं राजा परीक्षित के जीवन प्रसंग के माध्यम से उन्होंने धर्म, आस्था और वैराग्य का संदेश दिया। कथा सुनकर पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। कथा समापन अवसर पर पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री
अश्वनी चौबे, पूर्व जिलाधिकारी एस.के. पांडेय, पूर्व कैबिनेट मंत्री राकेशधर त्रिपाठी, सुबोध सिंह, सीएमओ प्रयागराज डॉ. ए.के. तिवारी, जय शंकर मिश्रा, हर्षित पांडेय सहित कई विशिष्टजन मौजूद रहे। मुख्य यजमान पंडित
इंद्रमणि मिश्रा एवं श्रीमती दुर्गावती मिश्रा ने गुरु चरणों में वंदना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। आयोजक सुशील मिश्रा एवं डॉ. स्वतंत्र मिश्रा ने बताया कि कथा के समापन के उपरांत रविवार 14 दिसंबर को भव्य महाप्रसाद का आयोजन किया गया है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करने की अपील की। सात दिनों तक चली श्रीमद् भागवत कथा में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। कथा के दौरान भजन-कीर्तन और जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना रहा। समापन पर श्रद्धालुओं ने कथा व्यास का आशीर्वाद लिया ।

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