मेजा ऊर्जा निगम द्वारा 32 प्रशिक्षित युवाओं को वर्चुअल माध्यम से प्रमाण पत्र एवं नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम
आदर्श सहारा टाइम्स
मेजा ,प्रयागराज। 10 फरवरी 2025 को मेजा ऊर्जा निगम द्वारा नैगम सामाजिक दायित्व कार्यक्रम (CSR) के अंतर्गत कौशल विकास पहल के तहत सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉर्मेंस (CRISP), भोपाल में प्रशिक्षित युवक एवं युवतियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं नियुक्ति पत्र प्रदान करने के लिए एक वर्चुअल समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एमयूएनपीएल के सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें वर्चुअल माध्यम से (CRISP), भोपाल में 32 प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र एवं नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
‘स्किल इंडिया मिशन’ के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। “युवा शक्ति देश का भविष्य है, और उन्हें सही प्रशिक्षण और अवसर देकर हम एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत की नींव रख सकते हैं।” इसी क्रम में, मेजा ऊर्जा निगम ने नैगम सामाजिक दायित्व कार्यक्रम (CSR) के तहत (CRISP), भोपाल के सहयोग से ‘स्किल इंडिया’ विजन के अंतर्गत कौशल विकास को बढ़ावा दिया है।
इन प्रशिक्षार्थियों को CRISP, भोपाल में तीन (3) माह का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण निम्नलिखित ट्रेडों में प्रदान किया गया:
1. फोर-व्हीलर सर्विस एवं मेंटेनेंस – 09 प्रशिक्षार्थी
2. सीएनसी मशीन ऑपरेटर – 23 प्रशिक्षार्थी
प्रशिक्षण की समाप्ति के पश्चात, CRISP संस्थान द्वारा 100 प्रतिशत प्लेसमेंट भी सुनिश्चित किया गया। यह इस कार्यक्रम की सफलता का प्रमाण है, जिससे प्रशिक्षार्थियों को न केवल रोजगार के अवसर मिले बल्कि उनके करियर को भी नई दिशा प्राप्त हुई। औसतन ₹17,000 मासिक वेतन के साथ प्लेसमेंट हुआ, जिससे युवाओं को आर्थिक स्थिरता भी प्राप्त होगी।
इस महत्वपूर्ण समारोह में मेजा ऊर्जा निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अषेश कुमार चट्टोपाध्याय एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। श्री चट्टोपाध्याय ने सभी प्रशिक्षार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं और उन्हें निरंतर सीखते रहने एवं आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।
यह कार्यक्रम न केवल युवाओं के कौशल को निखारने का एक सशक्त माध्यम बना, बल्कि ‘कौशल भारत, कुशल भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ। इससे यह स्पष्ट होता है कि यदि सही संसाधन और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाए तो युवा अपनी प्रतिभा को निखारकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।