थानेदार अपने को समझते हैं सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पत्रकारों का उत्पीड़न शुरू
आदर्श सहारा टाइम्स
कौशांबी। कड़ा धाम के थानेदार धीरेंद्र सिंह अपने को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश समझने लगे हैं उनके कार्यों की आलोचना करना और उनके कार्यों की हकीकत प्रकाशित करने के बाद पत्रकारों को नोटिस देकर वह पत्रकारों को डराते धमकाते हैं वर्दी के रौब की आड़ में थानेदार पत्रकार का खुलेआम उत्पीड़न कर रहे हैं थानेदार का यह कारनामा मुख्यमंत्री के निर्देश सुप्रीम कोर्ट के आदेश का खुला उल्लंघन है एक तरफ योगी सरकार कहती कि पत्रकारों की खबर पर किसी प्रकार की रोक ना लगाई जाए सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि भारतीय संविधान में अभिव्यक्ति की आजादी के तहत पत्रकारों को खबर लिखना गुनाह नहीं है लेकिन कड़ा धाम थानेदार तो अपने को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश समझने लगे हैं थानेदार के तानाशाही के कारनामे के चलते पत्रकार समुदाय के बीच जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है पुलिस वर्दी को कलंकित करने वाले थानेदार अब तो पत्रकारों को नोटिस दे रहे हैं जिससे उनके काले कारनामे पत्रकार उजागर कर पुलिस अधिकारियों तक ना पहुंचा सके वेतिलक के बादशाह बने थानेदार अब तो तानाशाही पर उतर आए हैं और खुलेआम पत्रकारों का उत्पीड़न करने पर उतारू है जिस थानेदार के ऊपर खुद तमाम गुनाहों का दाग लगा है वह अपने गुनाहों के दाग का सबूत अब पत्रकारों से चाहने लगा है नोटिस देकर पत्रकारों की कलम और जुबान रोकने का प्रयास किया जा रहा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा विभिन्न पत्रकार संगठनों ने थानेदार के इस कारनामे की कड़े शब्दों में आलोचना की है
