गर्मी से बचने का उपाय और स्वस्थ कैसे रहे ,डॉ आर के कुशवाहा
आदर्श सहारा टाइम्स
कोरांव ,प्रयागराज। कोरांव
सुकृत अस्पताल के डॉ आर के कुशवाहा ने बताया कि गर्मी से कैसे बचा जाए क्या तरीके है
भारत जैसे देश में गर्मी का मौसम न केवल तीव्र होता है, बल्कि कई बार स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण भी साबित हो सकता है। तापमान में वृद्धि, उच्च आर्द्रता और तेज धूप के कारण डिहाइड्रेशन, हीटस्ट्रोक, त्वचा की समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं आम हो जाती हैं। हालांकि, कुछ सावधानियां और सही जीवनशैली अपनाकर गर्मी के दिनों में भी स्वस्थ रहा जा सकता है। इस लेख में हम गर्मी में स्वास्थ्य की देखभाल के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव और उपायों पर चर्चा करेंगे।
*गर्मी में स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक*
*डिहाइड्रेशन:* गर्मी में पसीने के कारण शरीर से पानी और आवश्यक लवण निकल जाते हैं, जिससे निर्जलीकरण का खतरा बढ़ता है।
*हीटस्ट्रोक और हीट एग्जॉर्शन:*
लंबे समय तक धूप में रहने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
*त्वचा और आंखों की समस्याएं:*
तेज धूप और यूवी किरणें त्वचा को झुलसा सकती हैं और आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
*पाचन संबंधी समस्याएं:*
गर्मी में भूख कम लगना, अपच और खाद्य विषाक्तता (फूड पॉइजनिंग) की संभावना बढ़ जाती है।
*संक्रामक रोग:*
गर्म और आर्द्र मौसम में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैल सकते हैं।
*गर्मी में स्वास्थ्य की देखभाल के लिए उपाय*
1. *पर्याप्त जलपान:*
दिनभर में कम से कम 3-3.5 लीटर पानी पिएं। गर्मी में पसीने के कारण शरीर से पानी की कमी हो जाती है, जिसे पूरा करना जरूरी है। नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ, और ओआरएस जैसे पेय पदार्थ शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखते हैं।कैफीनयुक्त पेय (चाय, कॉफी) और शराब से बचें, क्योंकि ये निर्जलीकरण को बढ़ा सकते हैं।
2. *सही आहार का चयन:*
हल्का और सुपाच्य भोजन करें, जैसे दाल, चावल, सब्जियां, और सलाद। मौसमी फल जैसे तरबूज, खरबूजा, खीरा, और संतरा खाएं, जो शरीर को ठंडक और पोषण प्रदान करते हैं। तैलीय, मसालेदार और भारी भोजन से बचें, क्योंकि ये पाचन को प्रभावित कर सकते हैं। खाना ताजा बनाएं और बाहर का खाना खाने से बचें, ताकि खाद्य विषाक्तता का जोखिम कम हो।
3. *धूप से बचाव*
सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें, क्योंकि इस समय सूरज की किरणें सबसे तेज होती हैं।बाहर निकलते समय सनस्क्रीन (SPF 30 या अधिक), टोपी, धूप का चश्मा और हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से धूप से बचाएं, क्योंकि वे हीटस्ट्रोक के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
4. *शारीरिक गतिविधियों का ध्यान*
व्यायाम या शारीरिक गतिविधियां सुबह या शाम के समय करें, जब तापमान कम होता है। गर्मी में बाहर व्यायाम करने से बचें और अगर जरूरी हो तो पर्याप्त पानी पीते रहें। अगर आपको चक्कर, कमजोरी या सिरदर्द महसूस हो, तो तुरंत छायादार जगह पर आराम करें। व्यायाम करते समय ठंडे पानी की सेवन से बचें क्योंकि इस समय ठंडे पानी का सेवन टॉन्सिलाइटिस गले में खराश इत्यादि पैदा कर सकता है.
5. *त्वचा और आंखों की देखभाल*
त्वचा को साफ और नमीयुक्त रखें। दिन में दो बार हल्के फेसवॉश से चेहरा धोएं और मॉइस्चराइजर लगाएं। एलोवेरा जेल या कैलामाइन लोशन का उपयोग त्वचा की जलन या रैशेज को कम करने में मदद करता है।आंखों को धूप से बचाने के लिए यूवी प्रोटेक्शन वाले चश्मे पहनें।
6. *स्वच्छता और संक्रामक रोगों से बचाव*
नियमित रूप से हाथ धोएं और घर को साफ रखें, ताकि बैक्टीरिया और कीटाणु न पनपें।मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी, रिपेलेंट और स्क्रीन का उपयोग करें, क्योंकि गर्मी में डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। खाने-पीने की चीजों को ढंककर रखें और बासी भोजन खाने से बचें।
7. *वस्त्रों का चुनाव*
गर्मी के दिनों में हल्की एवं ढीले कपड़े पहनना अच्छा माना जाता है साथ ही यदि कपड़ों का रंग सफेद अथवा हल्के कलर का हो तो शरीर को शीतलता मिलती है.
8. *हीटस्ट्रोक से बचाव*
हीटस्ट्रोक के लक्षणों (तेज बुखार, चक्कर, उल्टी, बेहोशी) को पहचानें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।अगर किसी को हीटस्ट्रोक हो, तो उसे ठंडी जगह पर लिटाएं, ठंडा पानी पिलाएं और शरीर पर ठंडे कपड़े रखें।
9. *विशेष ध्यान*
बच्चे और बुजुर्ग: इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए उनकी विशेष देखभाल करें। उन्हें पर्याप्त पानी पिलाएं और धूप से बचाएं।
10. *पुरानी बीमारियां:*
मधुमेह, उच्च रक्तचाप या हृदय रोग से पीड़ित लोग गर्मी में दवाइयों और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
11. *मानसिक स्वास्थ्य:*
गर्मी में चिड़चिड़ापन और तनाव बढ़ सकता है। ध्यान, योग और पर्याप्त नींद मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं।
*निष्कर्ष*
गर्मी का मौसम चुनौतियां तो लाता है, लेकिन सही सावधानियों और स्वस्थ आदतों के साथ इसे सुखद और सुरक्षित बनाया जा सकता है। पर्याप्त जलपान, संतुलित आहार, धूप से बचाव और स्वच्छता पर ध्यान देकर हम न केवल अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि गर्मी के मौसम का आनंद भी उठा सकते हैं। यदि गर्मी के कारण कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या उत्पन्न हो, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। आइए, इस गर्मी में स्वस्थ रहें और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें।