पंचायत चुनावों में युवाओं की बढ़ती लोकप्रियता से बढ़ रही पूर्व प्रत्याशियों और पूर्व प्रधानो की चिंता , शैलेश बागी

पंचायत चुनावों में युवाओं की बढ़ती लोकप्रियता से बढ़ रही पूर्व प्रत्याशियों और पूर्व प्रधानो की चिंता , शैलेश बागी

 

आदर्श सहारा टाइम्स

उरुवा, प्रयागराज। आज के युवा कल के भविष्य है और यही वजह है कि हर चुनाव में युवाशक्ति पर विशेष ध्यान दिया जाता है। काम के जोश का अपना अलग अंदाज होता है। कुछ नया करने की चाह हर किसी में होती है। ऐसा ही जोश और उत्साह हमें आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में युवाओं में देखने को मिल सकती है, क्योंकि इस बार के पंचायत चुनाव में युवाओं की भूमिका सशक्त होती दिख रही है। इसलिए आदर्श सहारा टाइम्स ने क्षेत्र में कुछ ऐसे युवाओं से चर्चा की है जिन्होने 18 साल की आयु पूर्ण कर मतदान करने का अधिकार प्राप्त किया है। और इस बार चुनाव में पंचायत चुनावों में प्रत्याशी भी रहेंगे।।उन्ही युवाओं में एक युवा शैलेश कुमार कुशवाहा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ज्यादतार युवा योग्य प्रत्याशी, मजबूत सरकार और ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर देने को ज्यादा महत्व देंगे।और वह चुनाव में ऐसे प्रतिनिधियों को चुनने का ही प्रयास करेंगे। पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं में से कुछ तो ऐसे हैं जो पंचायत चुनाव में बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। सकारात्मक सोच और विकास की चाह उनकी बातों में साफ झलकती है।
क्षेत्र के लिए विकासपरक कार्यों के लिए समर्पित प्रत्याशी ही सबकी पहली पसंद होंगे । नेता ऐसा हो जो जनहित का कार्य करे। जिन युवाओ को पहली बार पंचायत चुनावों में मतदान करना है, वो पंचायत चुनाव लेकर काफी उत्साहित है। जैसे एक-एक बूंद जल से घडा भरता है, उसी तरह हर एक मतदाता का वोट उसके भविष्य का निर्माण करता है।

जब तक नेतृत्वकर्ता शैक्षिक एवं सामाजिक रूप से मजबूत नहीं होगा तब तक वह क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक कदम नहीं उठा पाएगा। मत देने के लिए प्रत्याशी का शैक्षिक स्तर एवं सामाजिक का होना आवश्यक है।

नेता ऐसा हो जो लोगों से जुड़ा रहे। इन सब के साथ ही नेता की विकासवादी सोच भी जनता के लिए बहुत मायने रखती है। चुनाव के समय तो सभी लोग बड़े-बड़े वादे करते हैं। लोगों का मत लेकर जीत जाने के बाद कोई भी नेता क्षेत्र में वापस नहीं आता। जनता का नेतृत्व करने का उत्तरदायित्व बहुत बड़ा है।

फिल्हाल आपको बताते चलें कि युवाओं की जनता के प्रति विकास,समाजसेवा और उनके हक की आवाज
उठाने की लगन को देखकर पूर्व प्रत्याशियों और पूर्व ग्राम प्रधानो के माथे पर चिन्ता की लकीरें उभरने लगी है।
क्योंकि जनता युवा वर्ग की सोच से संतुष्ट होती नज़र आ रही है यही कारण है कि आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में युवाओं की भागीदारी भारी संख्या में देखने को मिल सकती हैं।

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