रक्षाबंधन पर्व पर निशुल्क बस यात्रा मतलब महिलाओं के साथ धोखा
अभिलेखों में बसों का संचालन दिखा करके रोडवेज के अधिकारी डीजल की बड़ी चोरी करते हैं
आदर्श सहारा टाइम्स
कौशांबी । रक्षाबंधन के पर्व पर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महिलाओं के लिए निशुल्क बस यात्रा की घोषणा की गई इस वर्ष मुख्यमंत्री ने महिलाओं के साथ एक सहयात्री को भी निशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की लेकिन एक तरफ तो सहयात्री को निशुल्क सुविधा रोडवेज की बस में नहीं मिल सकी सहयात्री से खुलेआम टिकट के पैसे वसूले गए हैं दूसरी तरफ रक्षाबंधन के दिन सड़क से रोडवेज बस गायब हो गई जिससे सुबह से ही महिलाएं रोडवेज बसों का इंतजार करती रह गई और उन्हें रक्षाबंधन के पर्व पर अपने भाइयों के घर जाने के लिए रोडवेज की बस नहीं मिली आखिर रक्षाबंधन के पर्व पर महिलाओं को निशुल्क यात्रा के बहाने यह कैसा धोखा है मुख्यमंत्री की तरफ से बहनों को यह कैसा तोहफा दिया गया निशुल्क बस यात्रा के आदेश दिए जाने के बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों की तानाशाही लगातार बरकरार है और बसों को खड़ा करके जहां महिलाओं को वह परेशान कर देते हैं वही बस का संचालन न करने के बाद भी अभिलेखों में बसों का संचालन दिखा करके रोडवेज की अधिकारी डीजल की बड़ी चोरी करते हैं और योगी आदित्यनाथ को यही सूचना देते हैं कि परिवहन विभाग की बसें रक्षाबंधन के पर्व पर निशुल्क चल रही थी जबकि हकीकत इससे बहुत दूर है निशुल्क बस यात्रा के बहाने डीजल चोरी करने वाले रोडवेज के अफसर की जांच कराए जाने की जरूरत है
रक्षाबंधन के पर्व पर वर्ष 2018 से रोडवेज बसों में महिलाओं को रक्षाबंधन के दिन निशुल्क यात्रा का निर्देश योगी सरकार देते आ रही है लेकिन रक्षाबंधन के दिन रोडवेज की बसें सड़कों से गायब कर दी जाती हैं इस वर्ष भी रक्षाबंधन के पर्व पर यही स्थिति बरकरार रही है सवाल उठता है कि अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधने के लिए सड़क पर रोडवेज बसों का इंतजार महिलाएं करती रहती है मुख्यमंत्री का रक्षा बंधन पर दिया गया तोहफा धोखा में तब्दील होता नजर आता है lभरवारी नगर पालिका परिषद अंतर्गत कस्बा भरवारी में बहन अपने भाईयों के लिए राखी बांधने के लिए शनिवार सुबह से रात्रि तक सज धज कर तैयार रही बीते 8 वर्षों से अपने भाईयों को रक्षा सूत्र बांधने के लिए त्योहार के दिन महिलाएं कई कई घंटे सरकारी रोडवेज बस का इंतजार करती रहती हैं परंतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बहनों को दी जाने वाली परिवहन विभाग की बसों में निशुल्क यात्रा करने का फरमान सिर्फ वा सिर्फ धोखा कहे या भ्रमित करने वाला ढकोसला साबित होता है जिसके चलते अमीर घरों की बहन तो अपनी सुविधा से भाई के घर तक तो पहुंच जाती हैं परंतु गरीब घर की बहने किसी तरह से रात्रि तक पहुंच पाती है या फिर डग्गामार वाहनों के सहारे वह भाइयों के घर पहुंचती हैं जिसके चलते ऐसी बहनों को बहुत हो परेशानियों का सामना करना पड़ता है l
वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बहनों को प्रतिवर्ष दी जाने वाली रक्षा बंधन पर निशुल्क बस यात्रा ढकोसला एवं गुमराह करने वाला साबित होता है lवही यह भी बताना अतिआवश्यक है कि जब परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा भरवारी नगर पालिका में बसों पर रोक लगा दी है बस भरवारी नगर के बाहर से निकल जाती है तो यह लाभ क्यों वा कैसे मिल सकता है हालांकि पूरे जिले में रोडवेज बसों की संख्या बहुत कम दिखाई पड़ी है lजबकि मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगभग छह वर्ष पहले भरवारी परसरा चौराहा पर नया बस स्टैंड का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन भी किया था जो कि वर्तमान समय में बनकर तैयार भी हो चुका है परन्तु किसके आदेश के चलते बस स्टैंड का उद्घाटन होना संभव होना मुश्किल हो रहा हैं रोडवेज बस के उद्घाटन में भी सियासी गुड़ा गणित चल रही है lसब मिलाकर निःशुल्क परिवहन विभाग की बसों का रक्षा बंधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दिया गया तोहफा किसी मायने में लाली पॉप से कम नहीं है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को परिवहन विभाग के अधिकारियों की नकेल कसते हुए उनके ऊपर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए और यह बताना चाहिए कि योगी आदित्यनाथ सरकार का दिया गया तोहफा भरवारी नगर पालिका वालो के लिए संभव नहीं है lयह भरवारी नगर वासियों की लाखों लोगों के लिए किसी अभिशाप से कम भी नहीं है l
