पैड़ पौधें ही प्रत्येक व्यक्ति को प्राण वायु देने में सहायक : बीईओ उरुवा
अडेनियम एक खूबसूरत पौधा है,जिसे रेगिस्तानी गुलाब भी कहा जाता है
मेजा ,प्रयागराज । बीआरसी उरुवा के सभागार में बुधवार को एफएलएन प्रशिक्षण के पश्चात शिक्षकों को ” अडेनियम पौधा ” वितरित किया गया। यह पौधा उरुवा के पूर्व एआरपी प्रीतम दास के सौजन्य से शिक्षकों को पर्यावरण के प्रति बढ़ावा देने के लिए वितरित किया गया। पूर्व एआरपी प्रीतम दास ने बताया कि अडेनियम एक खूबसूरत पौधा है। जिसे रेगिस्तानी गुलाब भी कहा जाता है। यह अपने आकर्षक फूलों और असामान्य रूप से मोटे तने के लिए जाना जाता है। इसे घर में गमले में उगाया जा सकता है और बोनसाई के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। अगर देश का प्रत्येक व्यक्ति ‘वृक्षों को बचाओ, पौधों को लगाओ’ की पहल करे तो हमारे देश में प्राकृतिक परिवर्तन देखने को जरूर मिलेगा। क्योंकि वृक्ष ही हैं, जो बारिश को धरती पर लाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं ये वृक्ष प्रत्येक व्यक्ति को प्राण वायु देने में भी सहायक होते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित खंड शिक्षा अधिकारी उरुवा वरुण मिश्रा द्वारा शिक्षकों को ” अडेनियम पौधा ” वितरण किया गया। बीईओ उरुवा ने कहा कि एक आदमी एक दिन में इतनी ऑक्सीजन लेता है,जितने में,3 ऑक्सीजन के सिलेंडर भरे जा सकते हैं। एक ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमत होती है 700 रुपया। इस तरह हम देखते हैं कि एक आदमी एक दिन में 2100 रुपया (700X3) की ऑक्सीजन लेता है और 1 साल में 766500 रुपया की तथा अपने पूरे जीवन में अगर आदमी कि उम्र 65 साल हो लगभग 5 करोड़ रुपये की ऑक्सीजन लेता है। जो कि पेड़-पौधों द्वारा हमे मुफ्त में मिलती है। इसीलिये हम उन्ही पेड़ पौधों को बढ़ाने और बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उक्त अवसर पर पूर्व सीनियर एआरपी सन्दर्भदाता राजेश मिश्रा, प्रीतम दास, पुष्पेंद्र शुक्ला, वर्तमान एआरपी अजीत मिश्रा, रामानन्द शुक्ला व बीआरसी उरुवा के लेखाकार कृष्ण कुमार शुक्ला आदि शिक्षक उपस्थित रहे।।
