कौशाम्बी मेला : पूरी रात गूंजते डीजे से मची खलबली, थानाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह की सख्ती – आयोजकों को नोटिस
आदर्श सहारा टाइम्स
कौशाम्बी। नेवादा ब्लॉक के तिलहापुर मोड़ पर लगे मेले में गुरुवार की रात डीजे प्रतियोगिता ने ऐसा शोर मचाया कि पूरा इलाका थर्रा उठा। रातभर ध्वनि प्रदूषण से लोग बेहाल रहे। बुजुर्गों और छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई, वहीं चिकित्सकों का कहना है कि ऐसी स्थिति दिल के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती थी।
सुबह तड़के थानेदार पहुंचे, डीजे संचालकों पर गिरी गाज
रातभर की शोरगुल की शिकायतें मिलते ही पिपरी थानाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह खुद शुक्रवार सुबह 6 बजे मेले में पहुंचे। उन्होंने मौके पर ही डीजे संचालकों को फटकार लगाई और साफ कहा कि “लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
शाम तक आयोजकों को नोटिस
थानाध्यक्ष ने मेला आयोजकों को भी सख्त निर्देश दिए और ध्वनि प्रदूषण के उल्लंघन पर शाम को नोटिस जारी करने का आदेश दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से डीजे संचालकों में हड़कंप मच गया, जबकि स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।
“ध्वनि प्रदूषण दिल और दिमाग पर सीधा असर डालता है”
स्थानीय डॉक्टरों का कहना है कि रातभर तेज आवाज वाले डीजे से न सिर्फ नींद प्रभावित होती है, बल्कि हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक तक की संभावना बढ़ जाती है। “ऐसे आयोजन सीधे तौर पर हृदय रोगियों और बुजुर्गों के लिए खतरा साबित हो सकते हैं।”
ग्रामीणों ने सराहा पुलिस का कदम
आसपास के लोगों का कहना था कि “पिछली रात डीजे की आवाज इतनी तेज थी कि बच्चे डरकर रोने लगे और बुजुर्ग पूरी रात जागते रहे। शुक्र है कि पुलिस ने समय रहते कदम उठाया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।”
