दो दिवसीय गीत-संगीत बाह्य कार्यक्रम का भव्य आयोजन, छात्रों ने दिखाई शानदार प्रतिभा
आदर्श सहारा टाइम्स
मेजा ,प्रयागराज । सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हुए स्थानीय क्षेत्र के जेपी सुपर पैलेस में आयोजित दो दिवसीय गीत-संगीत बाह्य (एक्स्ट्रा करिकुलर) कार्यक्रम का भव्य समापन सोमवार को हुआ। पिछले कई वर्षों से आयोजित हो रहा यह कार्यक्रम छात्रों के सर्वांगीण विकास का एक महत्वपूर्ण माध्यम माना जा रहा है। इस वर्ष भी विभिन्न विद्यालयों और इंटर कॉलेजों के बच्चों ने अपनी कला और रचनात्मक सोच से उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों तथा शिक्षकों का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ आयोजक मंडल द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया गया। मंच संचालन की जिम्मेदारी अनुभवी शिक्षकों ने संभाली, जिन्होंने अपनी सहज, प्रभावी और प्रेरणादायी शैली से कार्यक्रम को रोचक बनाया। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, शिक्षकों तथा क्षेत्रीय गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। हर प्रस्तुति पर तालियों की गड़गड़ाहट से यह स्पष्ट झलक रहा था कि लोग बच्चों की प्रतिभा से कितने प्रभावित हैं।
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में श्री राम प्रताप इंटर कॉलेज सिरसा, श्रीनाथ तिवारी इंटर कॉलेज व एस बी एस एन पब्लिक स्कूल खानपुर और चंद्रकाली इंटर कॉलेज पकरी सवार के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। छात्रों ने मंच पर भारतीय शास्त्रीय संगीत, लोकगीत, बॉलीवुड फ्यूजन, कथक, आधुनिक नृत्य, गजल, ग्रुप डांस, फोक डांस, माइम एक्ट, योगासन प्रदर्शन और नुक्कड़ नाटक जैसे विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कई प्रस्तुतियों में सामाजिक संदेश शामिल किए गए, जिनमें नशा मुक्त समाज, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को सुंदर तरीके से उकेरा गया।
कार्यक्रम के पहले दिन ग्रुप सॉन्ग, सोलो सिंगिंग तथा लोक नृत्य की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। छात्रों ने अपनी मधुर आवाज और नृत्य की लयबद्ध प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दूसरे दिन माइम एक्ट, नाटक तथा आधुनिक नृत्य की प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। नुक्कड़ नाटक में सामाजिक समस्याओं पर प्रभावी प्रस्तुति देने वाले छात्र समूहों को विशेष सराहना मिली। उपस्थित निर्णायक मंडल ने प्रतिभागियों का मूल्यांकन मंच संचालक शैली, भाव-भंगिमा, संवाद अदायगी, ताल-लय, पोशाक, टीम समन्वय और प्रस्तुति की मौलिकता के आधार पर किया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में शिक्षा केवल पाठ्यक्रम आधारित नहीं होनी चाहिए, बल्कि सहगामी गतिविधियाँ छात्र जीवन का अभिन्न अंग हैं। ऐसे कार्यक्रम बच्चों में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, टीम भावना और रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करते हैं, चाहे वह कला का क्षेत्र हो या कोई भी रचनात्मक मंच।
दूसरी तरफ अभिभावक भी छात्रों के प्रदर्शन को देखकर गर्व महसूस कर रहे थे। कई अभिभावकों ने कहा कि बच्चों को स्कूल के साथ-साथ सांस्कृतिक मंच भी मिल रहा है जो उनके व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वहीं आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महीनों पहले से तैयारियां शुरू कर दी गई थीं। इस दौरान ध्वनि व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, मंच सज्जा, सुरक्षा व्यवस्था और छात्रों की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को भी प्रोत्साहन स्वरूप प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, ताकि उनके मन में उत्साह बना रहे। निर्णायकों ने अपने संबोधन में कहा कि हर बच्चा विजेता है और मंच पर पहुंचना ही सबसे बड़ा साहस है।
समापन के दौरान आयोजकों ने घोषणा की कि अगले वर्ष इस कार्यक्रम को और भी बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें और अधिक स्कूलों को आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में सहयोग देने वाले शिक्षकों और तकनीकी टीम को भी सम्मानित किया गया।
इस भव्य आयोजन ने क्षेत्र में सांस्कृतिक चेतना और रचनात्मकता की नई ऊर्जा पैदा की है। बच्चों की कला देखकर ऐसा महसूस हुआ जैसे आने वाले समय में यह क्षेत्र प्रतिभाशाली कलाकारों की जन्मस्थली बनेगा। आयोजन कर्ता जय प्रकाश द्विवेदी नें सभी का आभार व धन्यवाद करते हुए पुनः कल सभी को आमंत्रित किया।
