युवाओं को प्रधान बनाने की जनता में बढ़ रही ललक :चंद्रशेखर भारती, शैलेश कुमार कुशवाहा

युवाओं को प्रधान बनाने की जनता में बढ़ रही ललक :चंद्रशेखर भारती, शैलेश कुमार कुशवाहा

 

आदर्श सहारा टाइम्स

मेजा ,प्रयागराज । पंचायत चुनाव 2026 का बिगुल बज गया है। इस बार का पंचायत चुनाव अपने आप में इतिहास बनाएगा। ग्राम पंचायत चुनाव में जहां प्रत्याशियों की भीड़ होगी वहीं युवाओं में प्रधान बनने की ललक भी जनता में देखने को मिल रही है। राजनीति में अपना परचम लहरा चुके बुजुर्गों अपने युवा पुत्र या पुत्रियों को प्रधानी के चुनाव में उतारने की पूरी उम्मीद है। तो प्रधान पद के प्रत्याशियों की भीड़ में नब्बे प्रतिशत उम्मीदवार युवा रहेंगे।
आदर्श सहारा टाइम्स के रिपोर्टर ने दो युवा वर्ग के प्रत्याशियों शैलेश कुमार कुशवाहा और चंद्रशेखर भारती से वार्ता किया तो उन्होंने उपरोक्त सभी जानकारी साझा की और बताया कि

युवाओं की गांवों के प्रति सोच में बदलाव आ रहा है। पहले जहां युवा शहरीकरण की ओर पलायन करते थे, वहीं अब कई युवा गांवों में ही रहकर कुछ नया करने और गांव के विकास में योगदान देने की सोच रहे हैं।

युवाओं की सोच में बदलाव के कारण:

शिक्षा और जागरूकता:
शिक्षा के प्रसार और जागरूकता कार्यक्रमों के कारण, युवा अब गांवों की समस्याओं को समझ रहे हैं और उनके समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं।

रोजगार के अवसर:
हालांकि शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अवसर हैं, लेकिन कई युवा अब गांवों में भी स्वरोजगार और उद्यमिता के माध्यम से अपनी पहचान बना रहे हैं।

सामाजिक जिम्मेदारी:
युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना बढ़ रही है, और वे अपने गांवों के विकास में योगदान करने के लिए तत्पर हैं।

प्रौद्योगिकी का उपयोग:
युवा प्रौद्योगिकी का उपयोग करके गांवों में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं, जैसे कि ई-कॉमर्स, ऑनलाइन शिक्षा, और कृषि में तकनीकी नवाचार।

युवाओं द्वारा गांवों के विकास में योगदान:

कृषि में नवाचार:
युवा, कृषि में आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक विधियों को अपनाकर, कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।

पर्यावरण संरक्षण:
युवा, पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हैं और गांवों में स्वच्छता अभियान, जल संरक्षण, और वृक्षारोपण जैसे कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।

सामाजिक विकास:
युवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में काम करके गांवों के सामाजिक विकास में योगदान दे रहे हैं।

कला और संस्कृति को बढ़ावा:
युवा, अपनी कला और संस्कृति को बढ़ावा देकर, गांवों की पहचान को मजबूत कर रहे हैं।

खेलकूद और प्रतियोगिता को बढ़ावा:
ग्रामीण इलाकों छुपी खेल प्रतिभा को निखारना और समय समय पर उन्हें प्रोत्साहित करने हेतु प्रतियोगिता आयोजित करना।

युवाओं की गांवों के प्रति सकारात्मक सोच और सक्रिय भागीदारी, गांवों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। इसलिए पंचायत चुनाव 2026 पूर्व प्रत्याशियों के लिए बहुत ही कठिन डगर होने वाली है ।

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