अवैध खनन के गड्ढे में डूबने से दलित छात्र की मौत को लेकर, भीम सेना ने जताया विरोध
पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवज़ा, आवास व कृषि भूमि की मांग
आदर्श सहारा टाइम्स
मांडा,प्रयागराज। मांडा क्षेत्र के अंतर्गत नरवर चौंकठा गांव, मेजा, प्रयागराज में एक दलित नाबालिग छात्र की स्कूल के पास बने अवैध खनन के गहरे गड्ढे में पीछले दिनों डूबने से दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। इसी क्रम में गुरुवार को डॉo भीमराव सामाजिक सेवा समिति (भीम सेना) के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट भीमराव गौतम अपने साथियों के साथ पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंचे।भीमराव गौतम ने मृतक छात्र के परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की और घटना स्थल का दौरा कर पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग की है कि:
घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाएअवैध खनन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों/व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए
मृतक छात्र के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए
पीड़ित परिवार को आवासीय व कृषि भूमि उपलब्ध कराई जाए
भीम सेना प्रमुख ने चेतावनी दी कि यदि उक्त मांगों पर जल्द अमल नहीं हुआ, तो संगठन को व्यापक आंदोलन शुरू करना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर संगठन के अन्य प्रमुख कार्यकर्ता रोहित कुमार, अमरजीत, अभिषेक कुमार, धीरेंद्र राव अंबेडकर, रविराज बौद्ध, अशोक कुमार, शिवकुमार, अमरनाथ गौतम, सुनील कुमार, राजन, धर्मराज, आशीष कुमार आदि भी मौजूद रहे।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में वर्षों से अवैध खनन का खेल चल रहा है, जिसकी शिकायतें प्रशासन तक कई बार पहुंचाई गईं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब यह लापरवाही एक मासूम की जान ले चुकी है।
